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Arthrazex बाम ऑस्टियोकॉन्ड्रिटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस और चोटों के लिए एक असरदार दवा है! अर्थ्रेक्स बाम ऑस्टियोकॉन्ड्रिटिस क्या है, लगाने का तरीका, के फायदे हिंदी में, रिजल्ट्स
- दर्द से राहत देती है
- जोड़ों की नर्म हड्डियों के पुनर्निमाण को उत्प्रेरित करता है
- मांसपेशियों का दबाब दूर करता है
- सूजन से लड़ता है
- दाह दूर करता है
Arthrazex एक ऐसी बाम है जो ओस्टियोआर्थराइटिस,ओस्टियोकांड्रोसिस का दर्द बहुत जल्दी दूर कर सकती है। यह मसल्स स्पास्म और दाह भी कम कर सकती है। Arthrazex ओस्टियोआर्थराइटिस और ओस्टियोकांड्रोसिस के इलाज में भी बहुत असरदार है क्योंकि यह कार्टिलेजिनस ऊतकों के नष्ट होने की प्रक्रिया को धीमा कर देती है और इसके मेटाबॉलिज्म को बेहतर करके आर्टिकुलर कार्टिलेज के पुनर्निर्माण को बढ़ावा देती है।
पहली बार लगाने के बाद से ही इसका सकारात्मक असर दिखना शुरू हो जाता है। यदि इसे नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाए तो जोड़ो और पीठ की बीमारियां आगे नहीं बढ़तीं।
जोड़ों और पीठ के लिए Arthrazex के लाभ. अर्थ्रेक्स के फायदे, रिजल्ट्स, साइड इफ़ेक्ट
बहुआयामी असर
चोटों या उम्र के कारण आईं जोड़ों और रीढ़ की बीमारियों को ठीक करें।
इसके कोई साइड-इफेक्ट नहीं होते
एक बार लगाएँ या नियमित रूप से, यह पूरी तरह सुरक्षित है
100% नैचुरल घटक
केवल एक्टिव हर्बल घटक
अधिक कार्यक्षमता
इसे पहली बार लगाने के बाद से ही स्थिति में सुधार होता है और दर्द घट जाता है
विशेषज्ञों द्वारा टेस्ट की गई
प्रोडक्ट प्रमाणित है और मानकों की आवश्यकताओं को पूरा करता है*
Arthrazex कैसे उपयोग करें, अर्थ्रेक्स लगाने का तरीका
- सूखी त्वचा पर लगाएँ और पूरी अवशोषित होने तक मलें
- दिन में 2-3 बार लगाएँ
- लगाने के एक घंटे बाद तक पानी से न धोएँ
नक्कालों से सावधान
पीठ और जोड़ों के लिए Arthrazex कैसे ऑर्डर करें, अर्थ्रेक्स प्राइस
- ऑर्डर फॉर्म भर दें
- डेलीवरी का तरीका चुनें
- प्रोडक्ट मिलने के बाद ही पेमेंट करें
छूट के साथ प्रोडक्ट सीमित मात्रा में है
4400 ₹
यदि आपको भी यह बताया गया है कि 50 के बाद पीठ और जोड़ों का दर्द ठीक करना नामुमकिन होता है तो आपको यह पता होना चाहिए कि यह बिल्कुल सच नहीं है! अर्थ्रेक्स मंच, टिप्पणियाँ, रिजल्ट्स, राय इन हिंदी
मकरंद सुले
चिकित्सा विशेषज्ञ, भारत। मॉडर्न काईनेसियोथेरेपी के आविष्कारक (न्यूरोलॉजी और ओर्थोपेडिक्स) – यह मस्क्यूलोस्केलेटल सिस्टम की पुरानी बीमारियों और चोटों को ठीक करने का एक वैकल्पिक उपाय है। इस नए तरीके का मुख्य सिद्धांत दवाईयों या बेल्ट वगैरह पहनने पर आधारित नहीं होता, यह अपने खुद के शरीर और इसकी शक्ति की बेहतर समझ पर आधारित है।
मेडिकल प्रैक्टिस: 30 वर्ष से ज़्यादा का अनुभव
सच्चे तथ्य का हमेशा ध्यान रखें और किसी की न सुनें: उम्र बढ़ जाने पर भी जोड़ों की बीमारियों का इलाज संभव है’
ये विशेषज्ञ दावा करते हैं कि यह 18 साल से चल रहे ओस्टियोकांड्रोसिस को मात्र 2 महीनों में ठीक कर सकते हैं। ये यह भी कहते हैं कि इन्होंने सीरियस आर्थराइटिस से परेशान एक बूढ़ी महिला को 78 दिनों में ठीक कर दिया था। और जहां तक जोड़ों के दर्द का सवाल है यदि इनका ठीक से इलाज किया जाए तो यह 4 दिन में भी दूर हो सकता है। अपनी 48 साल की प्रैक्टिस में ये अपने कथनों की जीवंत उदाहरण देकर पुष्टि करते हैं। भारत -1 नाम के चैनल पर लाइव ब्रॉडकास्ट के तुरंत बाद (‘किसी भी उम्र में अपने जोड़ों को स्वस्थ कैसे रखें’ प्रोग्राम) जाने-माने विशेषज्ञ मकरंद सुले हमें एक इंटरव्यू देने के लिए तैयार हो गए।
नमस्ते श्री सुले, आप कैसे हैं। हमें बताइए क्या यह सही है कि अधिक उम्र के लोगों को जोड़ो की बीमारियों और ओस्टियोकांड्रोसिस होना एक नियति ही है?
हेलो वैभावी जी। यह बिल्कुल गलत है। देखिए यदि आप ऐसे डॉक्टरों से इलाज करा रहे हों जो 10 साल से आपको देख रहे हो लेकिन कुछ ठीक न कर पाए हो तो लोगों को यह लगना लाजमी है। सच तो यह है कि जोड़, कोंड्रोसिस और हमारा पूरा हड्डियों का सिस्टम किसी भी उम्र में अच्छे से ठीक किया जा सकता है। और यह कोई जादू नहीं है बल्कि शुद्ध विज्ञान है।
यदि आपको यह सीक्रेट पता हो और आप खुद पर अनुशासन रखने के लिए थोड़ी मेहनत करेंगे तो आप घर बैठे ही बीमारी को बहुत जल्दी ठीक कर सकते हैं, मेरे कई मरीजों ने ऐसा ही किया है।
और इसका क्या सीक्रेट है?
देखिए इसका सीक्रेट है अपने दर्द को ठीक से समझना। मेडिकल साइंस के अनुसार ओस्टियोकांड्राइटिस और आर्थ्रोसिस होने के 147 अलग-अलग तरह के कारण हो सकते हैं लेकिन इन सभी के परिणाम एक जैसे होते हैं – जोड़ों, रीड की हड्डी और कार्टिलेज की लचक चली जाती है और इसीलिए दर्द होता है। रक्त का ठीक से प्रवाह न होने के कारण ये घिस जाते हैं।
बस यही इसका सीक्रेट है, हम रक्त का प्रवाह ठीक करके जोड़ों को ठीक करते हैं।
लेकिन क्या यह सामान्य अवधारणा नहीं है कि 45 की उम्र के बाद रक्त का प्रवाह वापस ठीक करना असंभव होता है?
यह पूरी तरह बकवास है। मैं खुद भी एक्सीडेंट के बाद व्हीलचेयर छोड़ने में कामयाब हुआ था जबकि यह 45 की उम्र में ज्यादा खतरनाक होता है।
क्या आपने दूसरों को भी व्हीलचेयर से बचाया है?
हां, और एक बार नहीं कई बार। लेकिन मेरे अधिकतर पेशेंट 40 की उम्र से ज्यादा के ऐसे आम लोग थे जिन्हें उम्र बढ़ने के साथ यह बीमारियां हो गई थी। ये सब मेरे पास एक जैसी समस्याएं लेकर आते थे: ओस्टियोकांड्राइटिस, आर्थ्रोसिस, रेडिकुलाइटिस, नस दब जाना। इन सब बीमारियों से आदमी बहुत परेशान हो जाता है और आप सामान्य जिंदगी जी ही नहीं सकते।
लोग दर्द से परेशान हो जाते हैं और चलने-फिरने में भी दिक्कत होती है। ये कोई खिलाड़ी या अपंग लोग नहीं हैं, ये हम और आप जैसे सामान्य लोग हैं। ये लोग दुखी होकर कहते हैं कि ‘मेरे साथ ही ऐसा क्यों हुआ?’ ‘मैंने क्या पाप किया था?’। मैं उन्हें सीधा सा जवाब देता हूं ‘देखो अब रोना बंद करो और अपने रक्त का प्रवाह ठीक करने पर ध्यान लगाओ’।
आप इस उम्र में रक्त प्रवाह कैसे ठीक कर देते हैं?
मैं कुछ समय पहले तक ही अपने पेशेंट्स को एक जटिल मूवमेंट प्रोग्राम से ट्रीट करता था जिसमें 96 एक्सरसाइज थीं और ट्रेनर की मदद लेनी पड़ती थी। यह एक बहुत ही असरदार तरीका है लेकिन काफी लंबा और कठिन होता है।
इसमें दर्द होता है, यह कठिन होता है और लोगों के पास जिम जाने का समय नहीं होता। मेरा मानना था कि इसका कोई ज्यादा आसान और मॉडर्न तरीका होना ही चाहिए और मैंने यह खोज निकाला।
बड़ी दिलचस्प बात है! क्या आप हमारे पाठकों को इसके बारे में बताएँगे?
जरूर। हमारा सेंटर भारत में पहला सेंटर है जिससे ओस्टियोकांड्रोसिस और जोड़ों के दर्द को ठीक करने के नए तरीके की प्रमाणित पहुंच मिली है। देखिए मैं यह जरूर कहूंगा कि जब मैंने पहली बार इसके बारे में सुना था तो मुझे लगा कि यह कैसे हो सकता है और मुझे इसके असर पर बिल्कुल भरोसा नहीं था। लेकिन फिर मैं हमारे टेस्टों के रिजल्ट से दंग रह गया – 4,567 पेशेंट पूरे ठीक हो गए थे और यह संख्या सभी पेशेंट्स की 94% थी। 5.6 % पेशेंट्स को भी इससे काफी आराम मिला था और केवल 0.4% लोग ही ऐसे थे जिन्हें कोई फायदा नहीं हुआ।
यह किस तरह का नुस्खा है?
मैं एक नायाब नुस्खे की बात कर रहा हूँ जिसका नाम है Arthrazex ,इस बाम से आप लगभग तुरंत ही, 4 दिन के अंदर पीठ और जोड़ों के दर्द से राहत पा सकते हैं और एक दो महीने में ऐसे मामले भी ठीक कर सकते हैं जिन पर बिल्कुल ध्यान न दिया गया हो।
इसके फार्मूला को विकसित करने के लिए 13,00,000 डॉलर से भी ज्यादा खर्च किए गए थे और प्रोडक्ट को डिस्ट्रीब्यूट करने के अधिकार के लिए करीब 1,30,00,000 डॉलर का भुगतान किया गया था।
तो क्या इसका अर्थ यह है कि Arthrazex केवल भारत में ही खरीदी जा सकती है?
फिलहाल तो ऐसा ही है। लेकिन 1 जनवरी से ये यूरोप में भी उपलब्ध होगी।
ये जादुई बाम काम कैसे करती है?
यह कोई जादू नहीं प्योर साइंस है। Arthrazex बाम में 32 शक्तिशाली घटक हैं जो कमजोर पड़ चुकी पुरानी कोशिकाओं का कार्यकलाप 7 गुना तेज कर देते हैं जिससे वह धीरे-धीरे फिर से अपनी शक्ति पा लेती है।
बाम को प्रभावित जगह पर एक बार लगाने से ही 9,30,000 कोशिकाएं सक्रिय हो जाती है जो आपके रक्त के प्रवाह के लिए बहुत अच्छा होता है। यह इलाज ऐसे ही चलता है। इसकी सबसे महत्वपूर्ण चीज है स्थिरता।
यह नुस्खा तो बड़ा असरदार लगता है। लेकिन यह बताइए कि यह उन लोगों के लिए कैसा होगा जिन्हें आम बीमारियां हैं?
देखिए भारत में चल रहा पुराना मेडिकल साइंस अब पुराना होता जा रहा है और आप अपनी बीमारियों को घर बैठे 1-2 महीनों में ठीक कर सकते हैं। Arthrazex बाम के कोई भी जमा देने वाले या एनेस्थीसिया प्रभाव नहीं होते। यह शरीर को कोशिकीय स्तर पर जाकर उत्प्रेरित कर देती है। यह दर्द को जड़ को खत्म करके जोड़ों और रीढ़ को वापस अपनी सामान्य अवस्था में ले आती है। मरीज को न सिर्फ लक्षणों से राहत मिलती है बल्कि समस्या पूरी जड़ से चली जाती है। आप जानते ही हैं समस्या की जड़ है, धीमे-धीमे मरती कोशिकाओं के कारण कमजोर पड़ चुका रक्त प्रवाह।
बाम लगाने के पहले दिन यह शरीर के पुनर्निर्माण के कार्यकलाप को चालू कर देती है। इससे दर्द भी कम हो जाता है जो आपको तुरंत महसूस होगा। इलाज 2 से 3 हफ्ते चलता है लेकिन ध्यान रखें कि आपको कोर्स दोबारा करना चाहिए ताकि बीमारी फिर से वापस न आए।
क्या बाम Arthrazex से केवल आर्थ्रोसिस और ओस्टियोकांड्रोसिस ही ठीक होते हैं?
नहीं, और यही मैं आप को समझाना चाह रहा हूं: यह कोशिका के स्तर पर काम करती है और आपके रक्त प्रवाह को वापस ठीक कर देती है। यह जोड़ों और रीढ़ के हर तरह के विकार को ठीक कर देती है: आर्थ्रोसिस और आर्थराइटिस, साइटिका गठिया, रेडिकुलाइटिस, हर्नियाटेड वर्टेब्रा। चोट लगना, गंभीर एक्सीडेंट हो जाना, मोच आना, फ्रैक्चर और यहां तक कि कैलस में भी बाम बहुत ज्यादा प्रभावकारी है।
यह एक बड़ी दिलचस्प चीज है। क्या यह वाकई में इन सभी बीमारियों को ठीक कर देती है और इसका प्रभाव से दर्द दूर करने तक ही सीमित नहीं रहता है?
Arthrazex बाम दर्द में राहत देती है (इलाज के शुरुआती चरण में) और बाद में बीमारी को पूरी तरह से दूर कर देती है। मुझे गलत न समझें। मैं भी एक्सरसाइज और खेलकूद पसंद करता हूं और उसे छोड़ने वाला नहीं हूं लेकिन मेरे अधिकतर मरीजों के लिए यही बाम सबसे आसान और सबसे असरदार तरीका है जिससे वे अपना इलाज कर सकते हैं।
मेरे ख्याल से यहां बहुत से लोग यह जानना चाहेंगे कि यह बाम कहां मिल सकती है?
हम इसे दवाई की दुकानों से बेचना चाहते थे लेकिन उनसे हमारी बात नहीं बनी क्योंकि बाम उनके बिजनेस को ठप कर सकती है। लोग कई सालों तक अपनी दवाइयां खरीदते जाते हैं और बीमारियों से ग्रस्त लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है – दवा की दुकान वाले यही तो चाहते हैं।
तो अब हम इसे मात्र ऑफिशियल साइट पर बेचते हैं ।
लेकिन इसके कुछ फायदे हैं – हम सीधे बेचते हैं, बीच में कोई बिचौलिया नहीं होता जिससे हम इसे सस्ते में बेच पाते हैं और रिटेल रेट से 4.7 गुना सस्ता रेट देते हैं।
डिलीवरी डाक से होती है और आपको पेमेंट डिलीवरी के बाद ही करना होता है। यह घर में करने वाला इलाज है इसलिए आपको किसी विशेषज्ञ को दिखाने की जरूरत नहीं होती। लेकिन आप मेरी ही बात पर भरोसा न करें । यदि आपको तुलना करनी हो तो दूसरे उत्पादकों द्वारा बनाई ही दवा को भी ट्राई करके देख ले। लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि जहां तक असर होने का सवाल है, आपको ऐसी कोई चीज नहीं मिलेगी जो Arthrazex के आसपास भी आ पाए।
इंटरव्यू के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद! खत्म करने से पहले क्या आप हमारे पाठकों के लिए कुछ और कहना चाहेंगे?
हां! क्यों नहीं। में हमारे पाठकों को यह बताना चाहूंगा कि जोड़ों और पीठ का दर्द अब कम उम्र वालों को भी होने लगा है। अब ऐसा नहीं है कि ये सिर्फ बूढ़े लोगों को परेशान करते हैं। बार-बार वाले हल्के दर्द भी इस चीज की निशानी हो सकते हैं और आपको इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हो सकता है आपके डॉक्टर आपको इलाज करने की सलाह न दें।
और याद रखें: जोड़ो और दर्द से शुरू होने वाली बीमारियां ना सिर्फ सुविधा देती है इनसे आपकी जिंदगी 10 से 15 साल घट भी सकती है।
साक्षात्कारकर्ता वैभवी चौहान
फोटो ओपन सोर्स से ली गई हैं